जिलाधिकारी रमाकान्त पाण्डेय ने कहा कि मानव सेवा धर्म का मूल आधार है, सभी धर्म मानवता की सेवा को पुण्य मानते हैं और विभिन्न रूप में मानव सेवा के लिए कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि मानव सेवा केवल मानवीय मूल्यों के आधार पर ही होनी चाहिए, बिना धर्म, जाति, वर्ग अथवा संप्रदाय के भेदभाव के की जाने वाली सेवा को ही मानव सेवा कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मानव सेवा की हर युग में आवश्यकता रही है और इसकी प्रासंगिकता आज भी पूर्व की भांति बनी हुई है। हर व्यक्ति का नैतिक धर्म है कि अपने करीब के निर्धन और असहाय लोगों की मदद कर अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
जिलाधिकारी रमाकान्त पाण्डेय आज अपरान्ह 02ः00 बजें स्थानीय मुस्लिम फंड बिजनौर संस्था के तत्वाधान रहीमीया पब्लिक स्कूल में आयोजित लिहाफ वितरण कार्यक्रम के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
उन्होंने समाज सेवा और जन कल्याण को समर्पित संस्था बिजनौर मुस्लिम फंड की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके द्वारा प्रति वर्ष ज़रूरतमंदों, निर्धनों, असहायों, दिव्यांगों, विधवाओं और बेसहारा लोगों की मदद बिना भेदभाव के की जाती है। उन्होंने स्वयंसेवी संस्थाओं और धनाढ्य वर्ग के लोगों का आहवान किया कि मानवीय सेवा के विभिन्न क्षेत्रों मंे समाज के निर्बल और असहाय लोगों के दुखों और समस्याओं के निवारण में अपना बहुमूल्य योगदान दें। इस अवसर पर जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा संस्था की ओर से 200 ज़रूरतमंदों, निर्धनों, असहायों, दिव्यांगों, विधवाओं और बेसहारा लोगों का लिफाफ का वितरण किया गया।
इससे पूर्व संस्था के सचिव मुजीबुर्रहमान एवं कारी अरशद महमूद कासमी द्वारा संस्था के इतिहास एवं समाज सेवा और जन कल्याण कार्यांे की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डा0 धर्मवीर सिंह, कार्यक्रम के अध्यक्ष मौलाना अनवार उर रहमान, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नौशाद हुसैन, महिला थानाध्यक्ष श्रीमती गुड्डी गंगवार, नगर पालिका चेयरपर्सन पति शमशाद अंसारी, जनरल मैनेजर मुस्लिम फंड नजीबाबाद आई0एम0 जकी सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।