ललित कुमार धीमान/ परिपाटी न्यूज़ मीडिया सहारनपुर
सहारनपुर पीपीएन। उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त विद्यालय शिक्षक संघ से जुड़े निजी स्कूल संचालकों व शिक्षकों ने आज पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार हकीकत नगर के धरना स्थल पर एकत्रित हुए और अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर धरना दिया। धरने को नगर विधायक संजय गर्ग व रालोद सहित अन्य दलो ने भी समर्थन दिया। तत्पश्चात आक्रोशित आंदोलनकारियों ने जिला मुख्यालय की ओर रूख और जिला मुख्यालय पर पहुंचकर सरकार की निजी स्कूलों के खिलाफ रची गयी साजिशों का पर्दाफाश कर नारेबाजी की तथा अपनी समस्याओ का अविलम्ब निराकरण कराने की मांग प्रदेश के महाहिम राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्टेªट को सौंपा तथा प्रदेश सरकार को एक स्वर में बर्खास्त करने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा. अशोक मलिक ने कहा कि एक दर्जन से अधिक ज्ञापन प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ को दिए जाने के बावजूद भी सरकार निजी स्कूल संचालकों की कोई सुध लेने को तैयार नहीं है और ना ही 18 माह से बन्द पड़े निजी स्कूल संचालकों को कोई आर्थिक राहत पैकेज देने की घोषणा कर रही है, जिस कारण निजी स्कूल संचालकों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की गूंगी बहरी सरकार से प्रदेश की गरीब जनता परेशान है।
डॉ अशोक मलिक ने कहा सरकार आर्थिक राहत पैकेज के लिए 20000 लाख करोड़ रूपया का हिसाब दे आखिर यह पैसा कहां गया? वर्तमान सरकार संस्कृत भाषा का अनुदान भी नहीं दे रही है। सरकार में उत्तर प्रदेश में संस्कृत के 800 विद्यालय बंद होने के कगार पर है सरकार राहत पैकेज तो दो ही नहीं रही बल्कि निजी स्कूल सरकार के 25 प्रतिशत गरीब निःशुल्क बच्चों को पढ़ाने का काम था उनका भी करीब 500 करोड़ रुपया सरकार बकाया है।
महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष समरीन फात्मा व अमजद अली एड. ने कहा कि निजी स्कूल संचालकों को बिजली के बिल, हाउस टैक्स , पानी का टैक्स और गाड़ियों का परमिट है इस प्रकार अब हम सरकार के बच्चों को नहीं पढ़ाएंगे और ना ही प्रवेश लेंगे मोदी सरकार में स्कूल बच्चों को पानी पिला दी नहीं लेकिन पानी का टैक्स लिया जा रहा है बिना पानी पिलाई सरकार टैक्स ले रही है दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने पानी देकर भी टैक्स माफ कर रही है। उन्होंने मांग की कि दिल्ली सरकार की तर्ज पर यूपी सरकार भी निजी स्कूलों के सभी टैक्सों को माफ करने का काम करे।
शिक्षक महापंचायत को नगर विधायक संजय गर्ग राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश सचिव चौधरी धीर सिंह एडवोकेट जिला अध्यक्ष राव केसर सलीम पश्चिमी प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा व्यापार मंडल के अध्यक्ष बीएस मलिक और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नारायण सिंह सहित अन्य एक महापंचायत को संबोधित कर समर्थन दिया।
विधायक संजय गर्ग ने धरने को संबोधित करते हुए कहा वर्तमान सरकार हर क्षेत्र में विफल है इस सरकार से देश के चार पांच बड़े घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए देश की अवाम के हाथ में कटोरा देने का काम कर दिया है। शिक्षा का तो ऑन लाईन करके समूल नाश करने की योजना सरकार ने बना ली है, जिससे देश के करोड़ों शिक्षक जो कि प्राईवेट स्कूलों के माध्यम से अपने परिवार की रोजी रोटी चलाते थे, उनका भविष्य अंधकार मय कर दिया है। निजी शिक्षण संस्थाएं बंद होने की कगार पर पहुंच गयी है लेकिन सरकार कोई सुध नहीं ले रही है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। आगामी चुनाव में इनसे खिलाफ वोट करते जो हमारा अधिकार है बदला लेने का काम करेंगे शिक्षक महापंचायत को महिला शिक्षा का प्रदेश अध्यक्ष समरीन फातमा प्रदेश सचिव अमजद अली एडवोकेट जिला अध्यक्ष के.पी. सिंह शामली जिला अध्यक्ष रविंद्र मलिक महामंत्री विजय कुमार जिला अध्यक्ष शबाना सिद्दीकी और नगर अध्यक्ष खदीजा बेगम महानगर अध्यक्ष गयूर आलम संजय शर्मा जितेंद्र एडवोकेट हंस कुमार संजय शर्मा कर्म सिंह सरफराज खान सलामत खान आदि ने संबोधित किया शिक्षक महापंचायत में आनंद अनिल कुमार शिवकुमार मालिया अब्दुल कादिर आयुष गुप्ता, वजाहत अली, ललित
धीमान, जोरा सिंह, आदेश कुमार,अरविंद मलिक, मनोज मलिक, विक्रांत शर्मा, विनोशी राम, जावेद, अश्वनी सैनी, शबाना सिद्दिकी, खदीजा तौकीर, प्रवेज, प्रवीन गुप्ता, राकेश सैनी, उमा बाठला, अशोक सैनी नीरज रोहिल्ला दिनेश रूपड़ी मुकेश शहेजवा राकेश सैनी रविंद्र गुप्ता संजय राणा विकास कुमार शिवलाल शबा खान, मिसबा, रेखा चौधरी सहित भारी संख्या में निजी स्कूल संचालक व शिक्षक मौजूद रहे।
अंत में शिक्षक महापंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 1 जुलाई से 500 बच्चों से कम वाले स्कूलों में 3 दिन एक क्लास में 3 दिन दूसरी क्लास पढ़ा कर स्कूल खोलने का ऐलान कर दिया गया है