रिपोर्टर बिजेंदर सैनी
हरिद्वार परिपाटी न्यूज़ ब्लाक बहादराबाद में प्रगतिशील भोजन माता संगठन द्वारा खंड विकास अधिकारी बहादराबाद को ज्ञापन सौंपा प्रगतिशील भोजन माता संगठन उत्तराखंड नैनीताल ने एक ज्ञापन दिनांक 9,12, 2020 को श्रम सचिव देहरादून उत्तराखंड को प्रेषित किया था जिसमें यूनियन ने अपील की थी कि नया जी ओ रद्द किया जाए जी ओ के नए व पुराने सभी बिंदु अति अमानवीय और संवेदनहीन है जिसकी वजह से हम भोजन माताएं हमेशा नौकरी से निकाले जाने के भय में जीती हैं हम हमेशा ही मानसिक तनाव में रहती हैं जिसके जिम्मेदार शासन प्रशासन है भोजन माता अट्ठारह 19 सालों से स्कूलों में खाना बनाने के अलावा अन्य काम बड़ी मेहनत के साथ करती आई है स्कूल के छोटे बड़े कार्य में पूरा सहयोग करती रही है शुरुआती समय में हमें ढाई सौ रुपए मिलता था इतने सालों बाद भी हमें मात्र ₹2000 का मानदेय मिल रहा है सरकार हमें स्थाई करने के स्थान पर हमेशा विद्यालय से निकालने की तैयारी कर रही है जो भी जियो सरकार द्वारा हमारे लिए तैयार किया जाता है उसमें विद्यालय से पृथक करने के अलावा कुछ नया नहीं मिलता है जबकि सरकार जानती है कि हम सबसे कमजोर तबके से आती हैं कई भोजन माताएं पर अपने पूरे परिवार की जिम्मेदारी है इतने कम मानदेय में घर चलाना कितना मुश्किल है केंद्र सरकार व राज्य सरकार से हमें ₹1000 – 1000 का मानदेय मिलता है जबकि कई राज्यों में भोजन माताओं को मिलने वाला मानदेय कई गुना ज्यादा है जिसमें पांडुचेरी तमिलनाडु केरल लक्षद्वीप आदि है भोजन माता एक कुशल मजदूर की श्रेणी में आती है उनका मानदेय कुशल मजदूर के बराबर होना चाहिए अगर यह अमानवीय जिओ रद्द नहीं किया गया तो यूनियन आंदोलन करने को मजबूर होगी जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी ज्ञापन देने वालों में रोशनी पूनम गीता बबली रजनी सुनीता सोनिया कमलेश ममता देवी राजबाला आदि सैकड़ों भोजन माताएं उपस्थित रही