आखिर क्यों की सिपाही ने आत्महत्या, देखें पूरी खबर

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संवाददाता- जोगेंद्र तोमर/परिपाटी न्यूज मीडिया

पीलीभीत पीपीएन। डायल 112 पुलिस में तैनात सिपाही जीतेंद्र कुमार की आत्महत्या के पीछे ड्यूटी का दबाव तथा घरेलू विवाद ही अहम वजह मानी जा रही है। हालांकि पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि सिपाही की ओर से उत्पीड़न की बाबत कभी भी कोई शिकायत किसी भी अधिकारी से नहीं की गई।

बीसलपुर कोतवाली में पीआरबी पर तैनात सिपाही जितेंद्र कुमार शामली जनपद के थाना भवन क्षेत्र के ग्राम उस्मानपुर के निवासी थे। वर्ष 2016 में पुलिस में बतौर सिपाही ट्रेनिग कर 2017 में जनपद में तैनाती प्राप्त की थी। जीतेंद्र के ही साथ जनपद मुजफ्फरनगर के थाना फुगाना क्षेत्र के ग्राम खरड़ निवासी सरिता चौहान ने भी पुलिस की ट्रेनिग की थी। दोनों एक ही जनपद में तैनात थे, जिस कारण दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी थीं। बाद में जीतेंद्र ने सरिता के साथ विवाह कर लिया था। मौजूदा समय जीतेंद्र डायल 112 में तैनात थे, उसकी ड्यूटी बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र में चल रही थी। सरिता भी बीसलपुर कोतवाली में तैनात हैं। पति पत्नी बीसलपुर कोतवाली परिसर में स्थित आवास में रहते हैं। दोनों के एक वर्षीय बेटा भी है। अक्सर ही दोनों के बीच तकरार होती रहती थी। सरिता के साथ उसकी छोटी बहन भी रहती है। रोजमर्रा के आपसी विवाद से जीतेंद्र खासा परेशान रहते थे। वहीं ड्यूटी का भी वह दबाब बर्दाश्त कर रहे थे। कुछ दिन से उसकी ड्यूटी बिलसंडा थाना क्षेत्र में चल रही थी, क्योंकि पीआरवी में तैनात सिपाही के कोरोना संक्रमित होने के कारण उसकी ड्यूटी लगा दी गई थी। छुट्टी मांगने आया था जीतेंद्र


आत्महत्या से पहले सिपाही जीतेंद्र ने फेसबुक लाइव के जरिये पुलिस विभाग के उत्पीड़न से परेशान होने की बात कही थी। पुलिस अधीक्षक किरीट कुमार राठौड़ ने इसे गंभीरता से लेते हुए छानबीन कराई। एसपी के मुताबिक सिपाही जीतेंद्र तीन दिन की छुट्टी का प्रार्थना पत्र देने पहुंचा था तब डायल 112 के प्रभारी निरीक्षक ने उसे बताया कि वह इसी महीने तीन से छह मई तक सीएल छुट्टी काटकर आया है। वैसे भी इस वक्त डायल 112 में बीस फीसद स्टाफ अवकाश पर है। लिहाजा कुछ दिन बाद छुट्टी चला जाए, लेकिन जीतेंद्र ने मना कर दिया था। तब डायल 112 प्रभारी निरीक्षक ने उसे तीन दिन का अवकाश दे दिया था।

बेटे से बेहद प्यार करते थे

सिपाही जीतेंद्र अपने एक वर्षीय पुत्र को बेहद प्यार करता था। पति पत्नी के रोजमर्रा के विवाद के बाद भी वह अपने बेटे से हर पल प्यार करता था। हालांकि कई बार सरिता बेटे को भी उसकी गोद से छीन लेती थी, लेकिन कभी भी वह बेटे को लेकर विवाद नहीं करता था।

अफसरों ने किया था विवाद खत्म कराने का प्रयास

सिपाही जीतेंद्र और सरिता के बीच चल रहे मनमुटाव का मामला कई बार अधिकारियों के सामने भी आया था। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक दंपती के बीच विवाद को खत्म करने के लिए कई बार अधिकारियों ने प्रयास भी किया था।
आत्महत्या से पहले फेसबुक लाइव पर सिपाही जीतेंद्र कुमार ने विभागीय उत्पीड़न से परेशान होने की बात कही थी, इसकी छानबीन कराने पर पता चला कि वह तीन दिन की छुट्टी मांगने डायल 112 के प्रभारी के पास पहुंचा था, तब उनके द्वारा कहा गया कि वह इसी महीने तीन दिन की सीएल लीव पर रहा है, अभी 20 फीसद स्टाफ छुट्टी पर है, कुछ दिन बाद चला जाए तो सिपाही ने इन्कार कर दिया, जिसके बाद उसे तीन दिन का अवकाश दे दिया गया। सिपाही ने कभी भी किसी अधिकारी के पास उत्पीड़न की बाबत कोई शिकायत नहीं की है। पति पत्नी के बीच विवाद को भी निपटाने के लिए कई बार प्रयास किया गया था। घटना की बाबत सिपाही के स्वजन को सूचना दे दी गई है।