रिपोर्ट -सतवेन्दर सिंह गुजराल
बिजनौर (परिपाटी न्यूज़)राजा का ताजपुर, श्री गुरु नानक देव की ज्योति ज्योत पर्व गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा के तत्वावधान में बड़े ही श्रद्धा के साथ मनाया गया।गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी राजा का ताजपुर के तत्वावधान में श्री गुरु नानक देव जी का ज्योति ज्योत दिवस श्रद्धा भाव से मनाया गया गुरु घर के मुख्य सेवादार ज्ञानी जितेंद्र सिंह ने कीर्तन गुरुबाणी कर संगत को निहाल किया। ज्ञानी जितेन्द्र सिंह ने श्री गुरु नानक देव जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सिख धर्म के संस्थापक और सिखों के पहले श्री गुरु नानक देव जी
का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन रावी नदी के किनारे स्थित तलवंडी नामक गांव (जो अब पाकिस्तान में है) में हुआ था। श्री गुरु नानक देव जी ने भाई लहना को अपना उत्तराधिकारी गुरु नियुक्त किया, और उनका नाम बदलकर गुरु अंगद रख दिया। अपने उत्तराधिकारी की घोषणा करने के कुछ समय बाद श्री गुरु नानक देव जी 70 वर्ष की आयु में करतारपुर साहिब में ज्योति ज्योत समा गए। लंगर की सेवा में गुरु घर के सेवादार संरक्षक सरदार सुरेन्द्र सिंह बर्मन,उप प्रधान सरदार सतवीर सिंह प्रवक्ता (लखनऊ), सरदार रविन्द्र सिंह गुजराल (पप्पल), बीबी नामों कौर ने सहयोग किया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के संरक्षक सरदार अमरजीत सिंह सुहाना, सचिव स० गुरदयाल सिंह,स० हरदीप सिंह गुजराल, कोषाध्यक्ष स० सतवेन्दर सिंह गुजराल एवं मौजूदा सेवादारों के सहयोग से संगत को लंगर छकाया गया।