रिपोर्ट – सतवेन्दर सिंह गुजराल
नूरपुर, बिजनौर (परिपाटी न्यूज़)गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी जनमाष्टमी उत्सव विद्यालय में धूमधाम से मनाया गया।छोटे छोटे बच्चे राधाजी और कृष्णजी की वेशभूषा में सज धजकर आये और समारोह में शामिल हुए।
बच्चों के लिए उत्सव मनोरंजन और सीखने का समय होता है। संगीतमय कार्यक्रम में बच्चों ने नृत्य का आनंद लिया। प्राचार्य विनीत कुमार ने बताया कि श्री कृष्णजी का जीवन हमें त्याग, प्रेम, जिम्मेदारी और समर्पण की
सीख देता है। जीवन की श्रेष्ठतम बातें भारी तनाव और दबाव में ही होती हैं। अगर आप दिमाग को शांत और मन को स्थिर रखने की कोशिश करें तो सबसे बुरी परिस्थितियों में भी आप अपने लिए कुछ बहुत बेहतरीन निकाल पाएंगे। ये श्रीकृष्ण सिखाते हैं। अपने लिए जीवन जीना आसान है लेकिन दूसरे के लिए पूरा जीवन समर्पित करना कोई श्रीकृष्ण से सीखे। जीवन के हर पल में मुसीबतों का सामना करते हुए, बिना किसी डर के हर परिस्थिती से जीतकर बाहर आने का नाम जीवन है।
विद्यालय के प्रबंधक मनदीप सिंह ने बताया कि उत्सव हमें समाज को जोड़ना, धर्म से खुद को जोड़ना, परिवार और समाज के प्रति हमारी ज़िम्मेदारी और साहस के साथ हर परिस्थिती का सामना करने की सीख देते हैं।कार्यक्रम में मीनाक्षी, विशाखा, दीक्षा,सिमरजीत, नेहा राजपूत, प्रियंका, ईशा, निधि आदि शिक्षकों ने कार्यक्रम में अपना योगदान दिया।