उपसंचालक चकबंदी विभाग (DDC) संभल पर लगा मनमानी करने का आरोप

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रिपोर्ट अमिताभ सागर

संभल (परिपाटी न्यूज)। पीड़ित शिकायतकर्ता कालीचरण भारतीय किसान यूनियन बहजोई ने उपसंचालक चकबंदी (DDC)संभल पर लगाया मनमानी करने का आरोप कि चकबंदी का अर्थ क्या है कि छोटे छोटे चकों को एकत्र कर बनाना जिस चक पर रास्ता नहीं उसे रास्ते तक पहुंचाना यहां उल्टा किया जा रहा है जनता को बिना वजह परेशान कर धन की उगाही की जा रही है चकबंदी विभाग भ्रष्ट विभाग जो कि पीड़ित खेत मूल गाटा संख्या 46 रकबा 1,097 हेक्टेयर में

सम्पूर्ण अंश 2,09,022 को ग्राम अर्जुनपुर जूना तहसील चंदौसी जिला संभल क्रय किया गया था जब मूल गाटा पर विक्रेता जसबीर पुत्र होतीलाल का सम्पूर्ण अंश खरीदा गया फिर चकबंदी विभाग ने बिपच्छी से रक्में लेकर पीड़ित का खेत जबरन छिनवा दिया अब पीड़ित ने DDC कोर्ट की शरण में न्याय मांगा मगर कोई सुनवाई नहीं आप साफ देख सकते हैं कि 12,30 एम पर उपसंचालक चकबंदी संभल की कुर्सी खाली पड़ी है और टाईम टेबल है DDC चकबंदी अधिकारी गण का क्या जनता इनकी नौकर है क्या जो कि बार चक्कर लगवाना समय पर नहीं मिलना पीड़ित का साफ कहना कि मेरी भूमि का मूल गाटा से छीन कर और कहीं पहुंचा दी जो आज तक मुझे भूमि हीन कर दिया जो आज दर दर अधिकारियों के दरवाजे खटखटाने पड़ रहे हैं चक संख्या 217 विक्रेता जसबीर पुत्र होतीलाल गाटा संख्या 46 रकबा 1,097 हेक्टेयर में सम्पूर्ण अंश क्रय किया था फिर उसे क्यों नाजायज मनमानी करते हुए हटाया गया जब आज तक पीड़ित एक अन्न दाना प्राप्त नहीं हुआ है पीड़ित एक ही नंबर एक ही खेत आलपुर से अर्जुनपुर जूना बाली रास्ता रोड पर था जो कि बिना नोटिस बिना सूचना के खेत फेर बदल ब दूसरे के हक देकर अवैध कब्जा करा दिया जिससे पीड़ित ने परेशान होकर अपना दर्द बयां कर दिया कि मेरी भूमि जहां पहले थी वहीं चाहिए मुझे चकबंदी विभाग ने मेरी भूमि छीन ली मुझे भूमि हीन कर दिया अब अपना पालन पोषण कैसे करूं अन्यथा दर्द योगी जी तक बयां करूंगा कि चकबंदी नहीं नसबंदी कर रहें हैं संभल के चकबंदी अधिकारी जनता को नाजायज परेशान कर रहें हैं मेरी भूमि मूल गाटा पर जहां पहले थी चाहिए एक सम्पूर्ण अंश हटाने का कोई दायित्व नहीं है।