व्यूरो रिपोर्टर/परिपाटी न्यूज़
गोरखपुर (परिपाटी न्यूज़)आज दिनांक 9 फरवरी 2024 को योगीराज बाबा गंभीर नाथ प्रेक्षा गृह एवं सांस्कृतिक केंद्र में महिला स्वयं सहायता समूह की आपदा प्रबंधन में भूमिका विषय मंडल स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें 348 महिलाएं प्रतिभाग की। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी माननीय उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, लखनऊ ने

प्रतिभागियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने नारी शक्ति की आपदा प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका सिद्ध करते हुए ग्राम स्तर पर जन समुदाय को आपदा के प्रभाव को न्यून करने में प्रशिक्षित व शिक्षित करने की अपील की। साथ में राज्य स्तर से प्रवीन किशोर समन्वयक प्रशिक्षण ने प्रतिभाग किया।आपदा के दौरान जन समुदाय की आजीविका प्रभावित न हो, कृषि उत्पादन उपयुक्त रहे तथा संक्रामक रोग न फैलने पाए आदि विषयों पर विषय विशेषज्ञ के के सिंह

जीईएजी, घनश्याम मिश्रा एवं अंकिता यूनिसेफ ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। किसी भी आपदा के दौरान महिलाएं प्रथम प्रति उत्तरदाता होती हैं इसलिए उनका प्रशिक्षित होना आवश्यक है।संतोष कुमार, डिप्टी कमांडेंट एवं सुधीर इंस्पेक्टर 11वीं वाहिनी एनडीआरफ के नेतृत्व में महिलाओं को प्राथमिक उपचार घरेलू संसाधनों से निर्मित होने वाले जीवन रक्षक उपकरण तथा विभिन्न आपदाओं के दौरान क्या करें क्या ना करें पर प्रयोगात्मक विधि के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया गया।प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए अपर जिलाधिकारी (वि/रा)/ प्रभारी अधिकारी (आपदा) विनीत कुमार सिंह ने उपस्थिति महिलाओं से अनुरोध किया कि उपलब्ध कराए जा रहे अध्ययन सामग्री को समूह की महिलाओं के साथ साझा कीजिए और प्रत्येक ग्राम स्तर पर सत्र का आयोजन कीजिए।क्विज प्रतियोगिता का आयोजन: संचालित किये जा रहे कार्यक्रम के आधार पर प्रत्येक जनपद से पांच-पांच महिलाओं से प्रश्न पूछे गए, जिसका सही उत्तर प्राप्त होने पर प्रत्येक महिला को रुपए 1000 नगद धनराशि प्रदान की गई कार्यशाला में कुशीनगर, देवरिया महाराजगंज के आपदा विशेषज्ञ क्रमशः रवि राय, पंकज कुमार, एवं चंदन द्विवेदी ने समूह की महिलाओं के साथ प्रतिभाग किया और संबोधित किया। कार्यशाला का संचालन गौतम गुप्ता आपदा विशेषज्ञ गोरखपुर ने किया। कार्यशाला को सफल बनाने में मनोज, मनदीप, अंकित एवं राणा तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।