लेखक – एसपी तंवर
बिजनौर ( परिपाटी न्यूज़)। पहले चरण के लिए चुनाव प्रचार भले ही थम गया हो लेकिन शतरंज के धुरंधर शतरंज की बिसात बिछाने में लगे हुए हैं, कहने का तात्पर्य यह है कि जिस पार्टी में चुनावी शतरंज का जितना बड़ा चेस मास्टर होगा उस पार्टी को उतना अधिक फायदा होगा। परिपाटी न्यूज़ के माध्यम हम आपको पहले भी बिजनौर लोकसभा सीट के चुनावी समीकरण को समझने के लिए मतदाताओं का आंकड़ा दे चुके हैं। बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में कुल 17,33,372 मतदाता हैं जिनमें से 9,21,187 पुरुष मतदाता तथा 8,12,094 महिलाओं के अतिरिक्त 91 अन्य मतदाता हैं। जातिगत गणना का अनुमान कुछ इस प्रकार लगाया जा सकता है जाट 2 लाख, गुर्जर सवा लाख, सवा लाख के आसपास सैनी, 70-80 ठाकुर, 50 हजार से अधिक वैश्य , 2 लाख के आसपास दलित जिनमें हरिजन,
बाल्मीकि, धोबी आदि अन्य अनुसूचित जातियाँ सम्मिलित हैं, तथा 5 लाख के आसपास मुस्लिम मतदाताओं के साथ साथ 5 लाख के आसपास अन्य मतदाता जिनमें ब्राह्मण, रवा राजपूत, तंवर राजपूत, विश्वकर्मा, कश्यप राजपूत, प्रजापति, पाल तथा जौशी आदि लोग आतें हैं। चलिए थोड़ा चुनावी समीकरण को समझने का प्रयास करते हैं चौधरी ब्रजवीर सिंह, दीपक सैनी और चंदन चौहान तीनों दिग्गज नेता माने जाते हैं या यूँ कहिए कि इस चुनावी समीकरण में तीनों दिग्गज बने हुए हैं। चौधरी ब्रजवीर सिंह की यदि बात करें तो कुछ संख्या में जाट वोटो के साथ साथ बसपा के कोर वोट बैंक पर नजर रहेगी , बसपा के कोर वोट बैंक की यदि बात करें तो दलित और दलित भी कौन से हरिजन जिनकी संख्या लगभग डेढ़ लाख के आसपास है, बहुत नगण्य संख्या में ही मुस्लिम मतदाता बसपा वोट करेंगे वजह है सपा का मजबूती के साथ चुनावी मैदान में उतरना। सपा की यदि बात करें तो 85-90 प्रतिशत मुस्लिम तथा 60-70 प्रतिशत सैनी तथा कार्यकर्ताओं के पर्सनल सम्बन्ध के आधार या भाजपा और रालोद से नाराजगी के आधार पर जाट वोट बैंक में भी कुछ सैंधमारी। चंदन चौहान को मिलने वोट का आप अनुमान लगा सकते हैं लगभग 90 प्रतिशत अन्य मतदाताओं का वोट जिनकी संख्या 5 लाख के आसपास है, गुर्जरों का लगभग 95-98 प्रतिशत वोट जिनकी संख्या लगभग सवा लाख है, 40-50 प्रतिशत सैनी मतदाता जिनकी संख्या लगभग सवा लाख है, 50-60 प्रतिशत जाट जिनकी संख्या लगभग 2 लाख है, वैश्य समाज आदि भी भाजपा के कोर वोट बैंक गिना जाता है। परिपाटी न्यूज़ ने आपके सामने ये जातिगत आंकड़ा इस लिए रखा है ताकि मतदाता इस आंकड़े को समझकर चुनावी राजनीतिज्ञों के प्लान समझने का प्रयास करें। परिपाटी न्यूज़ आपसे लोकसभा के इस पर्व को शांति के मनाने की अपील करता है साथ ही यह भी अपील करता है सभी मतदाता मतदान स्थल तक पहुँच कर मतदान करें। मतदान दिवस के दिन यदि सभी लोग वोट डालने जायेंगे तो इस पर्व की खूबसूरती और अधिक बढ़ेगी।