रिपोर्ट जोगिंदर तोमर
पीलीभीत PPN। सीएम योगी जिन अधिकारियों व कर्मचारियों के भरोसे जीरो टॉलरेंस की सरकार देने का दावा करते हैं वे सरकार को किस तरह पलीता लगा रहे हैं इसकी बानगी पीलीभीत में देखने को मिला।
जनपद के बिलसंडा ब्लॉक क्षेत्र के गांव भगौतीपुर में आवास में गड़बड़ी का एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुन कर आप भी हैरान हो जाएंगे ।
गरीब आवास विहीन लोगों के लिए दिए जाने वाला प्रधानमंत्री आवास पक्के मकान वालों को दे दिया गया। जब उसी गांव निवासी भगीरथ ने इस मामले को सीएम हेल्पलाइन नंबर पर डाला तो प्रशासनिक अमले में हड़कम्प मच गया । जिसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में तीन अपात्रों में से दो को निरस्त कर दिया जबकि एक को सही ठहराते हुए निरस्त नहीं किया । अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमानी को देखते हुए शिकायतकर्ता ने एक बार फिर बचे एक अपात्र का मामला उठाया । इस पूरे मामले की जानकारी जब परिपाटी न्यूज़ मीडिया ग्रुप की टीम को हुई तो उन्होने पूरे मामले को लेकर सचिव व बीडीओ से बात की । पूछे जाने पर सचिव ने तो लाभार्थी को सही ठहराया लेकिन बीडीओ ने तो मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि प्रस्ताव ग्राम पंचायत स्तर से हुआ है इसलिए उन्हें जानकारी नहीं है । लेकिन बढ़ते मामले को देखते हुए लाभार्थी अपना पुराना मकान ही तुड़वाना शुरू कर दिया।
बहरहाल इस पूरे मामले के बाद यह साफ हो गया कि जहां एक तरफ सचिव लाभार्थी को अभी भी जायज ठहराने में लगा हुआ है वहीं बीडीओ इस पूरे मामले से खुद को अलग करने में । लेकिन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि हकीकत क्या है ।