रिपोर्ट- दीपक भार्गव व विक्की जोशी
चांदपुर बिजनौर। भारत प्राचीन काल से ही विश्व स्तर पर संस्कृति प्रधान देश रहा है जिसके निवासी समाज में अपनी अलग अलग संस्कृति के समुदाय श्रेणी में आते हैं अर्थात आम शब्दों में कहा जाए तो भारत में भिन्न भिन्न संस्कृतियों का वर्णन आता है इनमें से एक है क्षत्रिय संस्कृति यदि क्षत्रिय वंश की बात करें तो आदि काल से लेकर अब तक भारत देश में क्षत्रिय वंश का गौरवशाली इतिहास रहा है चाहे वो राणा सांगा हो या पृथ्वी राज चौहान या स्वंय भगवान श्रीराम ही क्यों न हो जिन्होंने भारतीय संस्कृति को सदा सर्वोपरि रखने के अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। चलो यह तो रही प्राचीन भारत की बात मगर आज के समय की बात की जाए तो आज दिनांक 27 दिसंबर को भी क्षत्रिय समाज के लोगों ने थाना चांदपुर के निकटवर्ती क्षेत्र में महाभारत कालीन ग्राम सैन्दवार जहां आज भी महाभारत कालीन अवशेष व प्रतीक चिन्ह विद्यमान है। इसी ग्राम सैन्दवार में स्थित डी0एस0फोर0 पब्लिक स्कूल में एक सभा का आयोजन किया गया और सभा के मुख्य अतिथि जयपाल सिंह संरक्षक(डी0 एस0 फोर पुुुुुुब्लिक स्कूल व क्षत्रिय राजपूत महासभा के जिला अध्यक्ष नरेंद्र चौहान के द्वारा क्षत्रिय पूर्वर्जो की प्रतिमा के आगे दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए ।कोरोनाकाल में परेशान गरीब व असहाय लोगों को गर्म कंबल वितरित किए गए और क्षत्रिय समाज के विकास को लेकर जनहित में आवश्यक नियम व नीतियों पर चलने के लिए जिला अध्यक्ष के द्वारा क्षत्रिय समाज के विद्यार्थियों को शिक्षा की ओर बढ़ चढ़कर अग्रेषित होने का संदेश दिया गया उन्होंने बताया वर्तमान समय में क्षत्रियों का शस्त्र तलवार ने होकर कलम माना जाएगा और कलम की ताकत को ही सर्वोपरि मानी जाएगा,इस तरह की तमाम बताते हुए उन्होंने अपनी वाणी को विराम दिया और वहीं पर कार्यक्रम का संचालन तिलकराज सिंह उपाध्यक्ष (जिला क्षत्रिय राजपूत महासभा बिजनौर) के द्वारा किया गया और वही अतिथि के रूप में नरेश कुमार राजपूत( मैनेजिंग डायरेक्टर इफको बरेली ) जिनके द्वारा कंबल वितरित किए गए। सभा मे ओ पी वर्मा ठाकुर, गजराज सिंह ,डॉ ज्योति, रूपा चौहान जिलाध्यक्ष महिला प्रभाग (प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना बिजनौर) संयुक्त रूप से उपस्थित रहे और क्षत्रिय राजपूत सभा बिजनौर के अन्य सदस्यों के साथ साथ डॉ नेमी प्रताप, ठाकुर बृजेश मास्टर,सुमेर सिंह, विनोद चौहान, आदि अन्य सैकड़ों की संख्या में लोगों की उपस्थिति रही।