एक ऐसी तहसील जहाँ रोडवेज की एक बस सेवा डग्गामार वाहनों पर निर्भर है लोग

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परिपाटी न्यूज़ मीडिया ग्रुप

रिपोर्ट- अखिलेश तोमर

पीपीएन मोहम्मदी कलीनगर। जिला मुख्यालय आने-जाने के लिए कलीनगर तहसील क्षेत्र से एक ही रोडवेज बस सेवा है। पूरे 24 घंटे में सिर्फ एक रोडवेज बस यहां से गुजरती है जो पीलीभीत से दिल्ली के लिए है। यही बस पीलीभीत से पूरनपुर और माधोटांडा होते हुए गभियासराय दिन में साढ़े छह बजे पहुंचती है जो वापस कलीनगर होते हुए पीलीभीत से दिल्ली के लिए रवाना होती है जबकि जिला मुख्यालय के लिए हर एक घंटे में एक बस होनी चाहिए, ताकि लोगों का सफर आसान हो सके।तहसील कलीनगर क्षेत्र की ढाई लाख आबादी है और 170 गांव हैं। इन गांवों की जनता रोडवेज की बसों की सुविधाओं से दूर है। अधिकांश कार्य बिना जिला मुख्यालय जाए पूरे नहीं होते हैं। शिक्षण

कार्य के चलते छात्रों को तो रोजाना ही मुख्यालय जाना पड़ता है। ऐसे रोडवेज की सुविधा न होने से डग्गामार और निजी वाहनों के सहारे लोग सफर करने को मजबूर हैं। इससे धन और समय का अपव्यय होता है। त्योहारों पर तो अधिक समस्या होती है। जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदारों ने लोगों के इस दर्द को अभी तक नहीं समझा है। इसका खामियाजा जनता भुगत रही है। अतिरिक्त खर्च के साथ वाहन चालकों की मनमानी भी झेलनी पड़ती है।
माधोटांडा पीलीभीत मार्ग पर फिलहाल रोडवेज सेवा चालू नहीं है। सवारी कम मिलने के चलते बसों का संचालन नियमित रूप से नहीं हो पाता है। पूर्व में माधोटांडा से दिल्ली के लिए एक बस सेवा शुरू की गई थी, लेकिन सवारी के अभाव में वह भी बंद हो गई।
वीके गंगवार, एआरएम, पीलीभीत

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