कृषि कानूनों के खिलाफ एवं मजदूर विरोधी श्रम संहिताओं के खिलाफ प्रदर्शन

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संवाददाता- विजेंद्र सिंह सैनी

हरिद्वार परिपाटी न्यूज़- दिनांक 13 जनवरी 2021 को हरिद्वार में चिन्मय डिग्री कॉलेज के पास काले कृषि कानूनों के खिलाफ एवं मजदूर विरोधी श्रम संहिताओं के खिलाफ प्रदर्शन कर कृषि कानूनों एवं श्रम संहिताओं की प्रतियां आग में दहन की गई!
संयुक्त संघर्षशील ट्रेड यूनियन मोर्चा हरिद्वार उत्तराखंड (घटक संगठन – (फूड्स श्रमिक यूनियन आईटीसी ,देवभूमि श्रमिक संगठन हिंदुस्तान युनिलीवर , भेल मजदूर ट्रेड यूनियन बी एच ई एल ,इंकलाबी मजदूर केंद्र, कर्मचारी संघ सत्यम ऑटो कॉम्पोनेंट्स हरिद्वार एवं यू एम ऑटो का़ंम्प मजदूर यूनियन, एवरेस्ट इंडस्ट्रीज मजदूर यूनियन लकेश्वरी भगवानपुर )द्वारा किसान आंदोलन के आवाहन पर और ट्रेड यूनियनों के सयुक्त आव्हान पर आज 13 जनवरी को सारे देश में काले कृषि कानूनों की प्रतियां जलाने एवं 4 मजदूर विरोधी श्रम संहिताओं की प्रतियां एक साथ जलाने का निर्णय लिया !
संयुक्त मोर्चे के संयोजक एवं फूड्स श्रमिक यूनियन आईटीसी के अध्यक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार पहले मजदूरों के 44 श्रम कानूनों को खत्म कर चार संहिताओं में बदला उसके तुरंत बाद ही देश के किसानों के खिलाफ 3 किसान विरोधी काले कानून पास कर दिये! मजदूर संगठनों को किसान संगठनों द्वारा शानदार आंदोलन से सीखकर सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज करना होगा तभी मजदूर अपने हक अधिकार बचा पाएंगे !इंकलाबी मजदूर केंद्र के पंकज कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार फासीवादी कदम उठाकर मजदूरों किसानों एवं आम मेहनतकश जनता के हक अधिकारों को खत्म कर देशी विदेशी पूंजी पतियों के मुनाफे को दिन दोगुना रात चौगुना बढ़ाने का प्रयास कर रही है मजदूर वर्ग को संगठित होकर इसका प्रतिरोध करना होगा! भेल मजदूर ट्रेड यूनियन के महामंत्री अवधेश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार सार्वजनिक उपक्रमों को देश के धन्ना सेठों को बेचकर एक बड़ी आबादी को रोड पर लाना चाहती है नौकरियां समाप्त कर बेरोजगारी बढ़ाना चाहती है देवभूमि श्रमिक संगठन हिंदुस्तान युनिलीवर के महामंत्री दिनेश कुमार ने कहा कि मजदूर वर्ग के महान शिक्षक कार्ल मार्क्स ने कहा था कि मजदूर वर्ग के पास खोने के लिए बेड़ियां हैं और पाने के लिए सारी दुनिया है और मजदूर वर्ग की मुक्ति स्वयं मजदूर वर्ग का कार्य है कर्मचारी संघ सत्यम ऑटो कॉम्पोनेंट्स के मजदूर नेता महिपाल सिंह ने कहा कि आज अधिकांश कंपनियों में मजदूरों की कोई सुनवाई नहीं है 3 साल से सत्यम के मजदूर सड़कों में संघर्ष कर रहे हैं राज्य और केंद्र सरकार के मंत्री और अधिकारी के पास कोई सुनवाई नहीं हुई है प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की दीपा ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार किसान मजदूर विरोधी होने के साथ-साथ महिला विरोधी भी है कृषि कानून एवं श्रम संहिताओं के प्रतियो के दहन एवं सभा कार्यक्रम में भेल मजदूर ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष राज किशोर ,अवधेश कुमार ,निशू कुमार ,बृजराज सिंह ,अरविंद कुमार फूड्स श्रमिक यूनियन आईटीसी के अध्यक्ष गोविंद सिंह ,देवभूमि श्रमिक संगठन हिंदुस्तान यूनिलीवर के दिनेश कुमार ,रविंद्र कुमार ,संदीप कुमार , इंकलाबी मजदूर केंद्र के राजू,पंकज कुमारप्रदीप कुमार दीपक राजपूत दीपक कुमार,सत्यम ऑटो के महिपाल सिंह,प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की दीपा, सुललीता आदि प्रतिनिधि शामिल रहे!