स्कूल बस ड्राइवर ने बच्चें को पीटा , परिजनों ने कि अधिकारीयों से शिकायत

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रिपोर्ट अजमल अंसारी

चांदपुर, बिजनौर (परिपाटी न्यूज़), जनपद बिजनौर के तहसील चांदपुर के ग्राम ब्लॉक जलीलपुर मे स्थित मदरलैंड इंटरनैशनल पब्लिक स्कूल के बस ड्राइवर ने स्कूल के बच्चों को पिटा, स्कूल संचालक की हठधर्मिता के चलते परिजन डिप्रेशन में, परिजनों ने स्कूल ड्राइवर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए एसडीएम चांदपुर और पुलिस क्षेत्राधिकारी को तहरीर दी विकासखंड जलीलपुर के गांव माहू निवासी आरती पत्नी लोकेन्द्र सिंह के तीन बच्चे जलीलपुर ब्लाक बाजार में स्थित मदरलैंड इण्टर नेशनल पब्लिक स्कूल में पढ़ते है। आरती ने बताया कि 26 जुलाई को एसडीएम चांदपुर, पुलिस क्षेत्राधिकारी चांदपुर,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

बिजनौर को स्कूल बस ड्राइवर के खिलाफ तहरीर दी और बताया कि मेरे बच्चे सरस कक्षा 4 , सारांश कक्षा 3, भावेश कक्षा यू के जी में पढ़ते है। बच्चों को घर से स्कूल आने जाने के लिए स्कूल की बस लगी हुई है। बस उमेश कुमार नाम का ड्राइवर चलाता है। 12 जुलाई को स्कूल की छुट्टी के बाद घर पहुंच कर बच्चों ने बताया कि आज घर छोड़ने जाते समय रास्ते में ड्राइवर उमेश कुमार ने सारांश के साथ मारपीट की और दुर्व्यवहार किया। बच्चे को डराया धमकाया कहा कि अगर तुमने यह बात अपने घर जाकर कहीं तो में कल फिर तुम्हारी पिटाई करूंगा। इस संबंध में मैंने अपने पति लोकेंद्र को बताया और अगले दिन 13 जुलाई को मैं और मेरे पति स्कूल पहुंच कर ड्राइवर की इस घिनौनी हरकत को

बताया तो स्कूल प्रधानाचार्य एवं अन्य स्टाफ उल्टे हमारे बच्चों की ही कमी निकालते हुए ही हम लोगों को लताड़ लगाई।अगले दिन स्कूल बस बच्चों को लेने के लिए जैसे ही घर आई तो मैं ड्राइवर से बात की और उसे समझाने की कोशिश की तो उसने मेरे साथ भी दुर्व्यवहार करते हुए यह कह दिया कि तुम्हारे बच्चों को नहीं ले जाऊंगा कहकर बस का दरवाजा बंद कर दिया इस संबंध में मैं और मेरे पति स्कूल के प्रधानाचार्य और एचडी से पूरा घटनाक्रम बताया तो उन्होंने पीटाई की बात स्वीकार करते हुए मामले को रफा-दफा द करने की कोशिश कर आश्वासन दिया कि हम इस ड्राइवर का रूट चेंज कर देंगे । हमने अपने बच्चों की पूरे वर्ष की स्कूल फीस एवं ट्रांसपोर्ट फीस एडवांस में एक साथ ही जमा कर दी है। फिर भी हमें अपने बच्चों को स्कूल लाने ले जाने के लिए स्वयं ही अपना काम छोड़कर जाना पड़ता है। स्कूल बस ड्राइवर बच्चों को घर से लगभग 50 मीटर के फासले से छोड़कर चला जाता है ।आसपास हमारे यहां गुलदार का शोर शराबा मच रहा है । इस संबंध में हमने लिखित प्रार्थना पत्र स्कूल में भी दिया है। अभिभावकों ने बस ड्राइवर के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की उप जिलाधिकारी चांदपुर पुलिस क्षेत्राधिकारी चांदपुर से गुहार लगाई। इस संबंध में स्कूल प्रधानाचार्य रूपकमल को फोन किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।