खादर के गांवों में बहता है रास्ते में पानी

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संवाददाता- हरिराज सिंह

हीमपुर दीपा बिजनौर (पीपीएन) उत्तर प्रदेश के जनपद बिजनौर के थाना क्षेत्र हीमपुर दीपा के ग्राम पंचायत फैजीपुरखादर के गांव ढोलनपुर में गांव का पानी रास्ते में ही बह रहा है। और नालियों में ही भरा हुआ है कहने को तो यह गांव खादर में है लेकिन इन गांवों में गांव के पानी की निकासी के लिए कोई प्रबंध नहीं है । पानी रास्ते में जाता है जिसकी वजह से कीचड़ हो जाती है । ग्रामीण इसी कीचड़ में निकल कर अपनी बैलगाड़ी व भैंसा- बुग्गी से निकल कर जाते हैं । पैदल जाने के लिए भी पगडंडी नहीं है जिसकी वजह से सभी ग्रामीण बहुत परेशान है वे सोचते हैं कि अपने खेतों पर जाएं तो किस प्रकार जाएं क्योंकि रास्ते में तो बहुत कीचड़ है ग्राम प्रधान पति खूब सिंह का कहना है कि जब भी यहां कीचड़ होती है तो हम यहां पर मिटटी डलवा कर रास्ते को सही करवा देते है । पानी की निकासी को पूछने पर उन्होंने बताया कि रास्ते से लगभग 10 मीटर दूरी पर एक तालाब है जिसकी मरम्मत होती रहती है लेकिन इसके बीच में किसान यशपाल का खेत है जिसकी वजह से गांव का पानी तालाब में पहुंचाने में असमर्थ है प्रधान पति ने किसान यशपाल से भी बात की लेकिन उसने अपने खेत में नाला बनवाने से साफ इनकार कर दिया अब समस्या यह है कि गांव का पानी उस तालाब तक कैसे पहुंचे क्योंकि एक गांव का पानी रास्ते में ही बहता रहा

तो ग्रामीण अपने खेतों पर कैसे जाएंगे और अपनी गन्ने की बुगी व ट्रैक्टर ट्राली कैसे निकालेंगे और निकाली तो यह भय रहता है कि कहीं बुग्गी फस ना जाए या किसी पशु को कोई हानि न पहुंच जाए। यहां की नालियों का भी यही हाल है पानी नालियों में ही बहता रहता है क्योंकि पानी की कहीं को कोई निकासी नहीं है जिसकी वजह से पानी में मच्छर पैदा होते हैं । पानी सड़ने लगता है जिसकी वजह से ग्रामीणों को बड़ी समस्या होती है और मलेरिया, डेंगू तथा हैजा जैसी खतरनाक बीमारी फैलने का डर भी बना रहता है ।यदि स्वच्छ भारत के गांव का ऐसा ही हाल रहा तो भारत स्वच्छ कैसे होगा । स्वच्छ गांव स्वच्छ भारत का सपना सपना ही बनकर रह जाएगा । ग्रामीण इसी इंतजार में है कि किस दिन इस समस्या का समाधान होगा और यह गांव का पानी अपने स्थान पर जाएगा।