रिर्पोट- शुभम वालिया
बिजनोर (परिपाटी न्यूज) धामपुर- देश के प्रसिद्ध कथा व्यास श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर बाल योगी ब्रह्म ऋषि अमृत दास खाकी महाराज का कहना है कि प्रभु की कृपा से ही श्रीमद् भागवत कथा श्रवण का सौभाग्य तथा मानव जीवन की उपलब्धता हो पाना संभव है कथा व्यास श्री अमृतदास खाकी जी महाराज नगर के ओम फार्म हाउस में प्रारंभ हुए सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव के पहले दिन की कथा में नगर के विभिन्न लोगो व आसपास के ग्रामों से बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं को भागवत कथा रूपी अमृत रस का पान करा रहे थे प्रथम दिन की कथा का शुभारंभ राजस्थान से आए संगीतकारो राम सिंह गुर्जर, शंभू

गंधर्व, मुरली भंडारी, राकेश राणा तथा रामविलास राव ने गणेश वंदना जय गणपति वंदन गणनायक तेरी छवि अति सुंदर सुखदायक के अलावा गुरु वंदना सतगुरु जी महाराज ने मो पे ऐसा रंग डाला शब्द की ज्योति जगी घट भीतर भीग गया तन सारा की प्रभावी प्रस्तुति एवं हनुमान चालीसा के सामूहिक उच्चारण से किया कथा के मुख्य यजमान नगर के समाजसेवी चिकित्सक डॉ ए के सक्सेना एवं उनकी धर्मपत्नी नीलम सक्सेना युवा समाजसेवी अभिषेक गुप्ता एवं उनकी धर्मपत्नी भावना गुप्ता ने उच्चरित हो रहे स्वस्तिवाचन के बीच व्यास पीठ का पूजन करके महामंडलेश्वर जी का आशीर्वाद ग्रहण किया, संकट मोचन श्री सिद्धेश्वर बालाजी धाम के संस्थापक एवं महंत राहुल अग्रवाल जी महाराज तथा आयोजन समिति के संयोजक लक्ष्मीकांत अग्रवाल एवं अध्यक्ष अशोक अग्रवाल होंडा महामंत्री मनोज रस्तोगी तथा कोषाध्यक्ष जगदीश लाल अरोड़ा के संयोजन में प्रारंभ हुए सात दिवसीय महोत्सव की समूची व्यवस्था की कमान नगर की धार्मिक संस्था श्रीमद् हनुमत भक्ति प्रचार मंडल के अध्यक्ष अरुण कुमार अग्रवाल एवं महासचिव मास्टर सुनील कुमार तथा कोषाध्यक्ष मनोज रस्तोगी के निर्देशन में रामप्रकाश वर्मा प्रीतम सिंह सैनी प्रवेश कुमार मिश्रा एवं उनके सहयोगियों ने संभाली हुई है इस मोके पर आयोजित सम्मान कार्यक्रम के अंतर्गत वरिष्ठ साहित्यकार दिनेश चंद्र अग्रवाल नवीन डॉक्टर एनपी सिंह महंत पीयूष अग्रवाल नरेश वत्स एलआईसी वाले डीबी सिंह टीकाराम जैन आदि को विशेष रूप से तैयार किए गए पटके पहना कर सम्मान प्रदान किया गया पहले दिन की कथा में महामंडलेश्वर श्री अमृतदास खाकी जी महाराज ने कहा कि प्रभु की कृपा के बिना कथा श्रवण करना तो दूर कथा स्थल तक आ पाना भी असंभव है उन्होंने मानव जीवन की प्राप्ति को भी प्रभु कृपा का परिणाम बताते हुए कहा कि यदि मानव जीवन में संतों का संग प्राप्त हो जाए तो जीवन का कल्याण हो जाता है उन्होंने श्रीमद् भागवत ग्रंथ को वेदव्यास जी महाराज का उत्कृष्ट ग्रंथ बताते हुए कहा कि जिसके माध्यम से भगवान कृष्ण के दर्शन हो जाए वही सच्चे मायने में भागवत है यदि कोई ग्रंथ आज समूचे विश्व में गर्जना कर रहा है तो वह केवल श्रीमद् भागवत ग्रंथ ही है पितृपक्ष में आयोजित कथा के लिए आयोजको को साधुवाद देते हुए कहा कि पितृ पक्ष के दौरान प्रत्येक सनातन परिवार को चाहिए कि वह अपने पितरों को जल अवश्य दे ऐसा होने पर पितरों को प्रसन्नता होती है अन्यथा जल न देने पर परिवार के लोगों को विपरीत परिस्थिति का सामना भी करना पड़ सकता है उन्होंने बताया कि एक जन्म नहीं बल्कि अनंत जन्मों का फल उदय होने पर ही भागवत कथा श्रवण करने का सौभाग्य प्राप्त होता है उन्होंने रामचरितमानस की चौपाई बिनु सत्संग विवेक न होई राम कृपा बिनु सुलभ न सोई के माध्यम से बताया कि प्रभु की कृपा के बिना सत्संग की प्राप्ति भी नहीं हो पाती भागवत कथा मनोरंजन का नहीं आत्मरंजन का विषय है संसार में जो कुछ भी देख रहे हैं वह परिवर्तनीय है जबकि केवल परमपिता परमात्मा ही अपरिवर्तनीय है आनंद की परिभाषा बताते कहा कि संसार के विषयों और पदार्थ में आनंद नहीं मिल सकता सच्चा आनंद तो प्रभु की निष्ठा पूर्ण भक्ति में है उन्होंने बताया कि यदि हम दैहिक दैविक भौतिक तीन प्रकार के तापो का नाश करना चाहते हैं तो हमें भगवान राम और भगवान कृष्ण को हृदय के आसन पर विराजमान करना होगा उन्होंने कोई तन दुखी कोई मन दुखी कोई धन बिन रहत उदास थोड़े-थोड़े सभी दुखी केवल सुखी राम के दास के माध्यम से बताया कि हर महीने 200 करोड़ कमाने वाला व्यक्ति भी किसी न किसी विषय को लेकर दुखी दिखाई देता है उन्होंने नैमिषारण्य तीर्थ को सर्वश्रेष्ठ तीर्थ बताते हुए 88 हजार ऋषियों द्वारा सूत जी महाराज का अभिवादन करते हुए सम्मान प्रदान करने का प्रसंग विस्तार से सुनाते कहा कि ऋषियों के अनुसार कोई धन बल आयु में बड़ा होता है लेकिन वास्तव में वही बड़ा कहलाने का अधिकारी है जो ज्ञानवान हो अर्थात ज्ञान में बड़ा हो उन्होंने मीरा की भक्ति का उदाहरण देते हुए भजन की लाइनें मेरे तो गिरधर गोपाल दूसरो न कोई जा के सिर मोर मुकुट मोर पति सोई के माध्यम से बताया कि मीरा ने स्पष्ट कर दिया था कि आत्मा का जो परमात्मा है वही मेरा पति है।