रिपोर्ट -सतवेन्दर सिंह गुजराल
बिजनौर (परिपाटी न्यूज़) राजा का ताजपुर में गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के तत्वावधान में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश पर्व श्रद्धाभाव से मनाया गया।
राजा का ताजपुर गुरुद्वारा साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश पर्व श्रद्धा भाव से मनाया गया। तीन दिवसीय श्री अखंड पाठ साहिब के समापन के बाद गुरु घर के मुख्य सेवादार ज्ञानी
जितेंद्र सिंह ने संगत को कीर्तन गुरबाणी से निहाल किया। ज्ञानी जितेन्द्र सिंह ने बताया कि सन् 1604 में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की स्थापना श्री हरिमंदिर साहिब, अमृतसर में की गयी थी। उन्होंने बताया कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब में 1430 पृष्ठ हैं। पहली बार श्री निशान साहिब को बसंती रंग का चोला धारण कराया गया। अरदास के बाद कढहा प्रसाद बरताया गया। सेवादार स० जुगमिंदर सिंह गुजराल, सिमरनजीत कौर गुजराल, संरक्षक सरदार सुरेन्द्र सिंह बर्मन,स० गुरुचरन सिंह गुजराल,स० हरमीत सिंह जैकी,स० परमवीर सिंह गौड़, कुलदीप कौर,काका गोविंद सिंह मान,स० हरभजन सिंह परिवार,स० कमलजीत सिंह, प्रवक्ता स० सतवीर सिंह, स० परमजीत सिंह गुजराल (बन्टी),स० हरचरन सिंह गौड़,काका हरजस सिंह, काका हरकीरत सिंह के सहयोग से श्री अखंड पाठ साहिब व लंगर की सेवा की गयी। संरक्षक सरदार नानक गोविंद सिंह,स० अमरजीत सिंह सुहाना, सचिव गुरदयाल सिंह गौड़,हरदीप सिंह गुजराल, कोषाध्यक्ष स० सतवेन्दर सिंह गुजराल, जत्थेदार स० प्रभजोत सिंह बादल, गुरप्रीत सिंह,मांगे सिंह,बीबी मिथलेश कौर, बीबी रेनू कौर, बीबी परवेन्दर कौर, बीबी मंजीत कौर, बीबी जसमेर कौर, बीबी करनजीत कौर, बीबी सतपाल कौर, बीबी अमृत कौर , बीबी राजो कौर, बीबी सिमरन कौर आदि का सराहनीय योगदान रहा।