प्राकट्य दिवस पर दण्डवत प्रणाम

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रिपोर्ट मुनेश चन्द शर्मा

बिजनौर (परिपाटी न्यूज) चांदपुर श्री नारायण विष्णु धाम मंदिर के महंत पंडित रविंद्र कुमार संघर्षी महाराज ने आज दो महापुरुषों का प्रक्टो उत्सव मनाया गया है।जिसमें सभी ब्राह्मण देवता उपस्थित रहे और सभी को बताया गया कि आज दो महापुरुषों का प्राकट्य दिवस है।१) धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज२) शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती

महाराजदोनों महात्माओं के जीवन में बहुत सी साम्यताएं है।■ दोनों की जन्म तिथि श्रावण शुक्ल द्वितीया।■ दोनों की जन्मभूमि उत्तरप्रदेश का प्रतापगढ़।■ दोनों शंकराचार्य परंपरा के दंडी संन्यासी।■ दोनों का लक्ष्य : सनातन धर्म का पुनरोद्धार।■ दोनों ने बेबाक तरीके से धर्मयुक्त स्पष्ट सत्य बोला है, सरकार किसी की भी रही हो।■ दोनों का वही पथ, वही काज, वही विचार, वही शैली, वैसा ही स्वभाव।■ काशी में दोनों के आश्रम बिल्कुल पास, एक ही दीवाल में।■ करपात्री जी महाराज को वृद्धावस्था में बालक स्वरुप अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज रामचरित मानस सुनाते थे। ■ सर्वदलीय गौरक्षा समिति की स्थापना करपात्रीजी महाराज ने की और जिसका वर्तमान नेतृत्व कर रहे है अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज।■ गौरक्षा का सबसे बड़ा आन्दोलन करपात्री जी महाराज ने 1966 में किया, वही काम आजके समय में अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज कर रहे है।धर्म की जय हो – अधर्म का नाश हो।