केदारघाटी में हुई अतिवृष्टि के चलते विभिन्न पड़ावों पर फंसे यात्रियों एवं स्थानीय लोगों को सुरक्षित लाये जाने हेतु रेस्क्यू कार्य तीसरे दिवस भी निरन्तर जारी

Spread the love

रिपोर्ट- अमित सैनी/रायवाला

रुद्रप्रयाग परिपाटी न्यूज। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग स्वयं सोनप्रयाग एवं शेरसी में मौजूद रहकर रेस्क्यू कार्य में लगे फोर्स की हौसला अफजाई करने के साथ दे रहे हैं आवश्यक दिशा-निर्देश, दिनांक 31 जुलाई 2024 (बुधवार) की रात्रि को श्री केदारनाथ धाम को जाने वाला पैदल मार्ग का अतिवृष्टि के चलते

कई जगहों पर क्षतिग्रस्त होने के कारण विभिन्न स्थानों पर फसे हुए यात्रियों व स्थानीय निवासियों को सुरक्षित निकाले जाने हेतु विगत दो दिनों में रेस्क्यू अभियान चलाया गया था। प्रातः काल से रेस्क्यू कार्य को पुनः प्रारम्भ किया गया है। चलाये जा रहे रेस्क्यू अभियान में मौसम भी बाधक बन रहा है। देर रात्रि को हुई बारिश के कारण और आज सुबह से केदारघाटी में कोहरा (फौग) लगने हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कार्य करने में कुछ देरी हुई। हालांकि भोर काल से ही पैदल आने वाले लोगों का

सुरक्षित ढंग से रेस्क्यू कार्य जारी है। चलाये जा रहे रेस्क्यू कार्य की निरन्तर मॉनीटरिंग स्वयं जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग डॉ0 सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग डॉ0 विशाखा अशोक भदाणे द्वारा ग्राउण्ड जीरो पर रहकर की जा रही है। उनके द्वारा सोनप्रयाग पहुंचकर मैनुअल रेस्क्यू कार्यों का जायजा लेकर सकुशल नीचे पहुंचे लोगों से वार्ता की गयी व यहां तक पहुंच चुके लोगों को आश्वस्त किया गया कि आपके पीछे रह गये अन्य साथियों को भी सुरक्षित निकाला जा रहा

है। नीचे पहुंचे हुए कतिपय यात्री जो कि स्वयं को अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा उनको प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। इन यात्रियों को प्रशासन के स्तर से फूड पैकेट, फल, पानी इत्यादि जरूरी चीजें वितरित की जा रही हैं। वहीं भीमबली में अब मौसम के साफ होने पर वहां पर रुके यात्रियों को एयरलिफ्ट करके शेरसी लाया जा रहा है। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने शेरसी हैलीपैड पर एयर लिफ्ट होकर आ रहे यात्रियों से वार्ता कर उनकी कुशलता जानी गयी बौर आश्वस्त किया गया कि आपके अन्य साथियों को भी बहुत जल्द निकाला जायेगा। एयर लिफ्ट होकर आ रहे यात्रियों ने प्रशासन व पुलिस का आभार प्रकट किया जा रहा है। अब तक हैलीकॉप्टर से 150 यात्रियों का रेस्क्यू किया गया है। वहीं मैनुअल तरीके से लगभग 310 यात्रियों का रेस्क्यू अब तक किया जा चुका है। रेस्क्यू कार्य फिलहाल निरन्तर जारी है।