रिपोर्ट -सतवेन्दर सिंह गुजराल
नूरपूर, बिजनौर (परिपाटी न्यूज़) विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी गौहर इकबाल ने एक नोट जारी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में परिसीमन 2026 में होना निश्चित है। ऐसे में दो विधानसभाएं बिजनौर में आबादी के हिसाब से बढ़ेगी और दो विधानसभा नहटौर और नगीना जो पहले से रिजर्व हैं। इनके जनरल होने का अनुमान है। ऐसे में मेरे अनुमान से नूरपुर विधानसभा और नजीबाबाद
विधानसभा आरक्षित हो सकती है। उन्होंने कहा कि मैं आजाद समाज पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और चुनाव लड़ने वाले नेताओं से अपील करता हूं कि हमें अपना धैर्य रखना चाहिए अभी 2027 बहुत दूर है। हमें आजाद समाज पार्टी को बहुत बुलंदियों पर ले जाना है और अपने नेता सांसद राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को प्रदेश और देश की कमान सौंपने के लिए मेहनत करनी है। उत्तर प्रदेश और देश का दलित और मुस्लिम वर्ग चंद्रशेखर को अपना नेता मानने के लिए तैयार है। हम कार्यकर्ताओं को अपनी रणनीति धैर्य और मेहनत से जंग फतह करनी है। उन्होंने कहा कि मैं नूरपुर विधानसभा से दो बार विधानसभा चुनाव लड़ चुका हूं अगर मुझे राय ली जाए तो मैं कहूंगा कि अभी हमें बीजेपी को हारने के लिए तीसरा वोट भी लेना पड़ेगा पिछड़ी जाति के हिंदू को नूरपुर या अन्य विधानसभाओं से अगर चुनाव लड़ाया जाए तो बुरा नहीं होगा। हमारे सामने अभी अपनी कॉम के बच्चों और देश के मुस्तक बिल का सवाल है आजाद समाज पार्टी मिशन है। इस मिशन को हमें बढ़ाना होगा अगर हमें बड़ी कुर्बानी भी देनी पड़े तो उससे हमें पीछे नहीं हटना है दिल बड़ा करना पड़ेगा होने वाले उपचुनाव में सभी कार्यकर्ताओं को जी जान से मेहनत करनी है। आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशियों को लड़ाना और जिताना है। गौहर इकबाल ने आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद से अपील करते हुए कहा कि उपचुनाव में मुस्लिम प्रत्याशी ज्यादा न उतारे पिछड़ी जाति के लोगों को चुनाव मैदान में उतार कर सफल रणनीति तैयार करें। प्रत्याशियों का चयन बहुत समझदारी के साथ होना चाहिए समाजवादी पार्टी की अयोध्या सीट पर विजय का परिणाम वहां के दलित प्रत्याशी का चयन होना था आगामी चुनावों में दलित वोट ना बसपा के साथ जाएगा ना समाजवादी पार्टी के साथ जाएगा वह केवल आजाद समाज पार्टी की तरफ जाने का मन बना चुका है। उन्होंने दोबारा अपील करते हुए कहा कि मैं अपने आजाद समाज पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं से धैर्य बनाकर पार्टी की सेवा में लग जाएं निश्चित तौर पर 2027 में चंद्रशेखर आजाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे।